mount abu me ghumne ki jagah – माउंट आबू राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन है जो सेवई जिले में बसा हुआ है यह काफी ऊंची अरावली पर्वतमाला में है और समुद्र तल से इसकी ऊंचाई लगभग 400 फिट है राजस्थान जिसे गर्म प्रदेश में यह ठंडी जगह है हरियाली से भरपूर जगह है जहां टूरिस्ट गर्मियों में पानी और प्रकृति का आनंद लेने के लिए आते हैं अगर आप माउंट आबू घूमने के लिए जाते हैं तो आपको काफी सारी चीज यहाँ पर देखने को मिल जाएंगे यहाँ पर नक्की झील जो माउंट आबू का दिल मानी जाती है जैन मंदिर यह संगमरमर से बना बहुत खूबसूरत जैन मंदिर है गुरु शिखर यह अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी है इसके अलावा भी आपके यहां पर बहुत कुछ घूमने के लिए मिल जाएगा अगर आप माउंट आबू जाने का प्लान बना लिया है तो आप हमारे इस आर्टिकल को आकर तक पढ़े क्योंकि हम हमारे इस आर्टिकल में आपको mount abu me ghumne ki jagah के बारे में विस्तार से बताएंगे
1. गुरु शिखर (Guru Shikhar) – mount abu me ghumne ki jagah
गुरु शिखर राजस्थान के माउंट आबू में स्थित अरबली पर्वत श्रृंखला की सबसे ऊंची चोटी है यह समुद्र तल से लगभग 1722 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है यह न केवल एक शानदार प्राकृतिक जगह है बल्कि एक धार्मिक कोor आध्यात्मिक स्थान दिया है जो टूरिस्ट को अपनी ओर आकर्षित करता है यहां पर आपको दत्तात्रेय मंदिर देखने को मिलता है जो भगवान दत्तात्रेय को समर्पित है जिन्हें ब्रह्मा विष्णु और महेश तीनों देवताओं का अवतार माना जाता है इसके अलावा आपको गुरु आशुतोष मंदिर देखने को मिलता है यह मंदिर उनके पिता और माता अनसूया को समर्पित है यह स्थान हिंदू धर्म में काफी खास माना जाता है अगर आप माउंट आबू जा रहे हैं तो आपको यह जगह देखने के लिए जरूर जाना चाहिए
2. सनसेट पॉइंट (Sunset Point) – mount abu me ghumne ki jagah
सनसेट पॉइंट माउंट आबू का खूबसूरत लोकप्रिय टूरिस्ट स्थान है जहां से आप सूर्यास्त का मंत्र मुक्त कर देने वाला नजारा देख सकते हैं यह स्थान खासकर शाम के समय बहुत अधिक भीड़ वाला हो जाता है जब सूरज तरावली की पहाड़ियों के पीछे धीरे-धीरे ढलता है और आकाश नारंगी और गुलाबी रंगों से भर जाता है सूर्य डूबने का दृश्य देखने के लिए बड़ी संख्या में यहां पर टूरिस्ट आते हैं और फोटोग्राफी वगैरा भी करते हैं रास्ते में छोटे बच्चों के लिए घोड़े सवारी और स्थानीय स्टोर चाय और भुट्टे की दुकान भी देखने के लिए मिल जाती है अगर आप माउंट आबू जा रहे हैं तो आपको यह जगह देखने के लिए जरूर जाना चाहिए
3. अचलगढ़ किला (Achalgarh Fort) – mount abu me ghumne ki jagah
अचलगढ़ किला परमार वंश के शासको द्वारा बनाया गया है और लेकिन 17 शताब्दी में राणा कुंभा ने इसे पुनर्निमित किया और उसका नाम अचलगढ़ रखा यह किला मेवाड़ की सुरक्षा के लिए राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है इसके आसपास के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण मंदिर और धार्मिक स्थल स्थित है अखिलेश्वर महादेव मंदिर किले के समीप स्थित शिव मंदिर है यह भगवान शिव के पैरों के निशान और एक विशाल कस्य और नदी की मूर्ति है मंदिर के भीतर गुफा है जिसे नरक के द्वार के रूप में माना जाता है मंदिर का पुनर निर्माण 1979 में किया गया जब एक स्थानीय राजकुमार ने इसकी मरम्मत करवाई अचलगढ़ किला एक पहाड़ी की चोटी पर बसा हुआ है और उसकी संरचना के दो प्रमुख द्वारा हैं हनुमान पोल किले का पहला द्वारा है जो ग्रेनाइट से निर्मित है
4. नक्की झील (Nakki Lake) – mount abu me ghumne ki jagah
नक्की झील माउंट आबू की सबसे प्रमुख और खूबसूरत झील है यह झील समुद्र तल से लगभग 1200 मीटर की ऊंचाई पर बसी हुई है इसे भारत की सबसे ऊंचाई पर बसी हुई कृत्रिम झीलों में से एक माना जाता है यह माउंट आबू के केंद्र में स्थित है और यहां की प्राकृतिक सुंदरता शांति टूरिस्टो को अपनी ओर आकर्षित करती है इस झील को लेकर कई सारी मानता है और कहा जाता है कि यह झील नाखून से खोदी गई है इसलिए इसका नाम नक्की पड़ा मानता है कि देवताओं ने इसे अपने नाखून से खोदा था कि राक्षसों से बचाव हो सके अगर आप राजस्थान के माउंट आबू जा रहे हैं तो आपको नक्की झील जरूर जाना चाहिए यहां पर पैदल बोर्ड और शिकार जैसी नावों में झीलों की सैर कर सकते हैं एवं फोटोग्राफी और पिकनिक भी मना सकते हैं
5. दिलवाड़ा जैन मंदिर (Dilwara Temples) – mount abu me ghumne ki jagah
दिलवाड़ा जैन मंदिर माउंट आबू में स्थित है प्रसिद्ध धार्मिक जगह है यह मंदिर संगमरमर से बना हुआ है और अपनी बारीक बनाकर वास्तुकला के लिए जाना जाता है यह मंदिर जैन धर्म के तीर्थ स्थलों में अत्यंत महत्पूर्ण माने जाते हैं इन मंदिरों का निर्माण 11वीं से 13वीं शताब्दी के बीच किया गया है यह मंदिर वस्तु पाल और तेजपाल नामक दो भाइयों ने सोलंकी वंश के शासनकाल में बनवाए थे मंदिर में कुल पांच मंदिर बने हुए हैं मंदिर पर की गई संगमरमर की कला काफी ज्यादा खूबसूरत लगती है और इन मंदिर को देखने के लिए बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते है यह मंदिर 12 से 3:00 बजे तक खुले रहते हैं अगर आप माउंट आबू जा रहे हैं तो आपको यह मंदिर देखने के लिए जरूर जाना चाहिए
निष्कर्ष – mount abu me ghumne ki jagah
दोस्तों हमने हमारे आर्टिकल में आपको माउंट आबू के बारे में बताएं है माउंट आबू कैसी जगह है माउंट आबू में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह है और हमें माउंट आबू घूमने के लिए कब जाना चाहिए अगर आपने हमारे आर्टिकल को सही से पढ़ा होगा तो आपको समझ आ गया होगा कि माउंट आबू कैसी जगह है और माउंट आबू में घूमने के लिए कौन-कौन सी जगह प्रसिद्ध है अगर आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल माउंट आबू में घूमने की जगह अच्छा लगता है तो आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आर्टिकल mount abu me ghumne ki jagah कैसा लगा धन्यवाद
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